Friday, February 5, 2010

जाट ही श्रेष्ठ

एक गांव में एक धनाढ्य किसान चौधरी रहता था। उसके खेत में सैकड़ों मन अनाज होता था। किसान की पत्नी भी बड़ी पतिव्रता थी। सोमवती अमावस की बात है। चौधरी तो किसी दूसरे गांव गया था। पीछे से उसके घर पर एक पंडितजी आए और जोर से बोले- आज सोमवती अमावस का शुभ दिन है। आज के दिन जो दान देता है, उसे बहुत पुण्य मिलता है। घर में किसी भी तरह की कमी नहीं रहती। चौधराइन ने सोचा- पंडितजी जो बात कहते हैं वह सही है। पांच सेर आटा और आधा सेर घी का दान देने के लिए वह तैयार हुई। इतने में एक खाती भाई आया और जोर से बोला- माताजी! पहले मेरी बात सुनो, बाद में दान देना। शास्त्रों में कहा है- सौ पूजा एक पाती, सौ पंडत एक खाती। सौ पंडितों को दान देने में जितना पुण्य होता है, उतना ही पुण्य मुझे देने से ही हो जाता है।
चौधराइन के दिमाग में यह बात सोलह आना जंच गई और वह दान देने लगी। इतने में एक डाकोत भाई आया और बोला- माताजी! पहले मेरी बात सुनो, पीछे दान देना। शास्त्रों में कहा है- सौ वशौला एक करौत, सौ खाती एक डाकोत।
चौधराइन को डाकोत भाई को दान देने की बात जंच गई। इतने में एक पंडाजी आए और बोले- माताजी! पंडे का स्थान सबसे ऊंचा है। ग्रंथों में भी लिखा है- सौ झंडी एक झंडा, सौ डाकोत एक पंडा। जैसे एक झंडे के आगे सौ झंडियों का कुछ भी महत्त्व नहीं है, वैसे ही एक पंडे के सामने किसी का कोई मूल्य नहीं है।
चौधराइन बड़ी उधेड़-बुन में फंस गई। वह सोचने लगी- क्या करूं? किसको दान दू? इतने में एक नाई भाई आए और बोले- आधी गद्दी बैठण नै, माथे पर भी हाथ। हमें बैठने के लिए राजा-महाराजा और सेठ-साहूकारों की आधी गद्दी मिलती है। उनके माथे पर भी हाथ रखने वाले हम हैं। ग्रंथों में भी लिखा है- सौ खाड़ा एक खाई, सौ पंडा एक नाई। अत: इस दान का हकदार मैं हूं। इतने में घर का मालिक चौधरी आ गया। वह भी बड़ा चतुर था। इस सारी बतकही के बीच वह बोला- देखो, शास्त्रों में लिखा है- सौ सीढ़ी एक खाट, सौ नाई एक जाट। दुनिया में सबसे ऊंचा स्थान चतुर चौधरी का है। इसलिए यह दान तो मुझे मिलना चाहिए। चौधराइन ने किसी को भी दान नहीं दिया और उसके पतिदेव को ही भरपेट भोजन कराके दक्षिणा दे दी। चौधरी की समझदारी से घर का माल घर में रह गया। वे सभी लोग पछताने लगे कि शास्त्र का झूठा हवाला देकर उन्होंने जो चाल चली चौधरी ने उसे विफल कर दिया।

Thursday, January 28, 2010

Wednesday, January 27, 2010

मेरी रूचि


कटरीना मेरी पशंदिदा हिरोइन है